शेरघाटी में पकड़ा गया नकली दवाओं का कारखाना
शेरघाटी में पकड़ा गया नकली दवाओं का कारखाना
शेरघाटी के एक दूर दराज के गांव बंदोहरी में नकली दवाएं और मेडिकल उत्पाद तैयार किए जा रहे थे। गांव के एक घर को ही कारखाने के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा था।
शनिवार को इस गोरखधंधे का पता तब चला जब दिल्ली स्थित ब्रांड इनफोर्समेंट एजेंसी के एक कर्मी के साथ शेरघाटी थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और चिंहित घर में छापेमारी की।
पुलिस ने मौके से भारी मात्रा में दवाएं और शीशी तथा रैपर के साथ दवा बनाने के काम आने वाला कच्चा सामान आदि बरामद किया है। रिपोर्ट के मुताबिक मौके से हिमाालयन ड्रग्स कम्पनी द्वारा तैयार लिव-52 सिरप का नकली उत्पाद और अलग-अलग कम्पनियों की नकल कर बनाए गए सैनिटाइजर और सैवलन एंटीसेप्टिक आदि बरामद किए गए हैं।
पुलिस ने इस मामले में ब्रांड इनफोर्समेंट एजेंसी के दिल्ली स्थित कर्मी अंजनी कुमार की तहरीर पर दीपक कुमार, पिता-रामजीवन मेहता नामक ग्रामीण के खिलाफ धोखाधड़ी, कॉपीराइट और ट्रेड मार्क कानून के उल्लंघन के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है। सब इंस्पेक्टर अयोध्या प्रसाद सिंह को इस मामले का अनुसंधान अधिकारी बनाया गया है।
शेरघाटी के थानेदार अरविंद कुमार ने बताया कि छापेमारी में बरामद की गई नकली दवाओं और कच्चे माल की सूची तैयार की जा रही है।
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